कवितायें - कहानियाँ
Monday, February 14, 2011
वो सुबह, जरूर आएगी.
एक दिन,
ये शाम,
जो होती जा रही है,
अँधेरी;
ढल जायेगी.
एक दिन
ये रात,
गहराती जा रही है,
वो भी,
गुजर जायेगी.
होगी होठों पे मुस्कान,
औ' दिल में उछाह;
एक दिन,
वो सुबह आएगी.
एक दिन,
वो सुबह आएगी.
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