वो आना मेरे पास तुम्हारा,
नजदीक, और नजदीक,
धीरे - धीरे.
उन मद्धम साँसों की आवाज
जिनको महसूस करती हैं,
मेरी साँसे;
बाहों के घेरे,
हम और तुम,
सिमटे जिनमे;
वो गहरी आँखें,
आँखें जिनमे,
डूबता जाता हूँ,
तेज होती,
साँसें हमारी,
बंद होती
वो पलकें तुम्हारी;
स्पर्श,
दो अधरों का,
वो उस पल में होना,
सिर्फ हमारा,
और,
और कुछ भी नहीं.
नजदीक, और नजदीक,
धीरे - धीरे.
उन मद्धम साँसों की आवाज
जिनको महसूस करती हैं,
मेरी साँसे;
बाहों के घेरे,
हम और तुम,
सिमटे जिनमे;
वो गहरी आँखें,
आँखें जिनमे,
डूबता जाता हूँ,
तेज होती,
साँसें हमारी,
बंद होती
वो पलकें तुम्हारी;
स्पर्श,
दो अधरों का,
वो उस पल में होना,
सिर्फ हमारा,
और,
और कुछ भी नहीं.
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