Wednesday, September 7, 2016

जीवन और मृत्यु

जीवन को जानना है तो सबसे पहले मृत्यु को जानो। किसी की चिता जलते तो जरूर देखी होगी, नहीं देखी है तो एक बार जाकर देखना. उस पर जो लेटा हुआ एक इन्सान दिख रहा है न, वो और कोई नहीं है, तुम ही हो. उसके थोड़ा ऊपर उठकर देखोगे तो जो आग की लपटे दिख रही हैं, वो तुम्हारी अनुभूति है, और इन सबसे ऊपर जो काला धुँआँ देख रहे हो, वही जीवन है. 

1 comment:

  1. bhai wah ! wo jo tumne zindagi bhar chaha par kiya nahi .. wo bhi hai jeevan. .
    Wo jo sab tumhare bina adura reh jaega .. wo hi tha jeevan.

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